मेरा रोम रोम बोले, हर हर महादेव भोले
हर हर महादेव भोले, हर हर महादेव भोले
भक्तन के रक्वाले तुमरी महिमा अपरम्पार
शरण जो आए उसकी नैया पार हो बिन पतवार
तुम चाहो तो गूगा गाए अँध नयन खोले
हर हर महादेव भोले...
बिगड़े काम बनाने वाले तुम हो दीनदयाला
मन चाह फल पाए तुमरी पूजा करना वाला
उसके सारे पाप कटे जो शंकर का होले
हर हर महादेव भोले...
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