"गिरी स्वर्ग से गंगा तुमने सिर धर गागर तक पहुँचाया
मैं चरणों में गिरा तो तुमने पलकों को ऊपर न उठाया"
ओह ओह्ह्हह्ह
ओह ओह्ह्हह्ह
हे महादेव मेरी लाज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे
मेरी लाज रहे, तेरा राज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे
जहर कंठ में, नाग गले में, आग नयन में,
जहर कंठ में, नाग गले में, आग नयन में,
फिर भी अमृत तुम्ही लुटाते, इस त्रिभुवन में
आज भगत पर भीड़ पड़ी है, फिर तुम कहाँ विराज रहे
आज भगत पर भीड़ पड़ी है, फिर तुम कहाँ विराज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे
मेरी लाज रहे, तेरा राज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे
नाथ बता दो इस मन्दिर में, विश्वनाथ हो
नाथ बता दो इस मन्दिर में, विश्वनाथ हो
आज दिखा दो कोई ना जिसका, उसके साथ हो
रही गरीबी भगतो की फिर, कैसे गरीब निवाज रहे
रही गरीबी भगतो की फिर, कैसे गरीब निवाज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे
मेरी लाज रहे, तेरा राज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे
भेट धरुं क्या, राम भक्त से, रामायण लो
नारायण की अमर कथा को, नारायण लो |
राम सखा तुम, राम दास मै
राम सखा तुम, राम दास मै, कुछ तो नाथ लिहाज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे
मेरी लाज रहे, तेरा राज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे
हे महादेव
हे महादेव
हे महादेव
हे महादेव
हे महादेव मेरी लाज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे
हे महादेव मेरी लाज रहे
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